निमोनिया क्या है?
नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से एक गंभीर बीमारी के बारे में चर्चा करेंगे जो क फेफड़ों से संबंधित है आज हम चर्चा करेंगे निमोनिया के बारे में बच्चों में यह समस्या बहुत तेजी से फैलती है और जानलेवा भी साबित हो सकती है निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक संक्रमण है जो विषाणु या जीवाणु के संक्रमण के कारण होता है यह यह कई प्रकार के बैक्टीरिया और पारा साइट्स के कारण भी हो सकता है।
Electro Homeopathic Treatment in Pneumonia |
फेफड़ा हमारे शरीर का वह अंग है। जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन का आदान-प्रदान होता है। फेफड़े का अधिकांश भाग छोटे-छोटे गुब्बारे की तरह की झिल्लियों से बना होता है जिसे Alveoli अल्वेओली (वायुकोष्ठ) कहते हैं और यह हमारे फेफड़े में करोड़ों की संख्या में होते हैं जिनमें हवा भरी होती है और जब हमें निमोनिया का संक्रमण होता है तो इन Alveoli अल्वेओली (वायुकोष्ठ) में वायरस के प्रभाव के कारण हवा के बजाए तरल पदार्थ भर जाता है जो सामान्यता मवाद भी हो सकता है या उसी प्रकार का कोई अन्य तरल हो सकता है।
इससे फेफड़ों के यह Alveoli अल्वेओली (वायुकोष्ठ) हवा के आदान प्रदान करने की स्थिति में नहीं होते, इसके अलावा फेफड़ों में ब्लड की सप्लाई अधिक हो जाती है और यहां से बैक्टिरिया का रक्त के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में प्रवेश होता है तो वह भी वायरस के कारण संक्रमित हो जाता है और शरीर बैक्टिरिमिया मे चला जाता है जिसे साधारण भाषा मे शरीर मे जहर फैलना या खून का पानी होना कहते हैं। यह स्थिति बहुत ही घातक होती है जिससे कुछ ही देर में रोगी की मौत भी हो सकती है।
निमोनिया आमतौर पर सभी महीनों में होता है लेकिन सर्दी में यह अधिक देखने को मिलता है।
निमोनिया के लक्षण
जब रोगी निमोनिया से ग्रसित होता है तो कुछ निम्न प्रकार के लक्षण रोगी के शरीर पर दिखाई देते हैं।
निमोनिया होने पर फ्लू जैसे लक्षण यानी कि बुखार के जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं।
निमोनिया होने पर खांसी के लक्षण दिखाई देते हैं।
रोगी के शरीर में अत्यधिक कमजोरी होती है।
अपने आपको थका हुआ महसूस करता है।
रोगी के सीने में दर्द महसूस होता है।
रोगी को सांस लेने में कठिनाई होती है। और बेचैनी महसूस होती है।
निमोनिया से संक्रमित रोगी को बुखार के साथ पसीना तथा कपकपी लग सकती है।
भूख में कमी हो जाती है या भूख नहीं लगती है।
निमोनिया के कारण निमोनिया के प्रकार
बैक्टीरियल निमोनिया
जब रोगी का शरीर कमजोर हो जाता है किसी भी प्रकार की बीमारी के कारण, पोषण की कमी के कारण, या बुढ़ापा आदमी आदि में कुछ बैक्टीरिया के कारण निमोनिया हो सकता है। streptococcus, mycoplasma
वायरल निमोनिया
वायरल निमोनिया विभिन्न प्रकार के वायरल के कारण हो सकता है यदि आपको वायरल निमोनिया है तो बैक्टीरियल निमोनिया होने की संभावना अधिक रहती है जैसे Psittacosis - ornithosis group, Respiratory syncitial virus, Measles and
Influenza, Comegalovirus.
फंगल निमोनिया
इस प्रकार का निमोनिया कई प्रकार के फंगस के कारण होता है। Actinomycosis, Aspergillosis nocardiosis, Histoplasmosis
निमोनिया की इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा Electro Homeopathy Treatment for Pneumonia
S1 की दस-दस गोलियां प्रतिदिन चार बार
P3 + F1 + BE ―D5 दिन में 3 बार
C13 + VER1 + GE ―D5 दिन में 3 बार
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