लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा के फायदे | Lycopodium 1M Benefits in Hindi
Benifit of Lycopodium 1m |
लाइकोपोडियम का रोगी बहुत ही दुबला पतला होता है लेकिन दुबला पतला होने के साथ-साथ वह बहुत ही कुशाग्र बुद्धि वाला होता है रोगी के शरीर की त्वचा सूखी होती है एवं सिर का आकार बड़ा होता है
लाइकोपोडियम का रोगी अपने बुरे आदतों की वजह से जब यौन क्रियाओं को अप्राकृतिक रूप से करने लगता है जैसे कि हस्तमैथुन, स्त्री विचार का मन में बार-बार लाना, ऐसी आदतों के कारण एवं अति मिथुन के कारण शरीर कमजोर होने के दौरान उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है लेकिन यह रोगी दूसरों के ख्याल रखने का स्वभाव का ही होता है
लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा के फायदे
लाइकोपोडियम एक एन्टीसोरिक होम्योपैथिक दवा है। डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन ने इसकी खुद ही की थी
लाइकोपोडियम 1M का प्रभाव शरीर के संपूर्ण अंगों पर अपना प्रभाव दिखाता है
लाइकोपोडियम 1M का प्रभाव मुख्य रूप से पाचन तंत्र जननांग लीवर एवं किडनी से संबंधित बीमारियों में किया जाता है जिसका प्रभाव इन अंगों पर बहुत ही अच्छा होता है एवं रोगी को बहुत लाभ मिलता है लाइकोपोडियम दवा का प्रभाव बुजुर्गों एवं बच्चों में बहुत ही अच्छा होता है
इस दवा की क्रिया शरीर के दाहिने अंग पर ज्यादा होती है।इस लिए शरीर में होने वाले रोग लिवर,किडनी,जरायु,वात रोग, फेफड़े का रोग आदि क्यों न हो यदि शरीर की दायीं तरफ से शुरू होकर बायीं तरफ को जाय तो ऐसे रोगों के इलाज में लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा फायदा करती है।
लाइकोपोडियम 1M के रोगियों में 4:00 बजे से रात के 8:00 बजे के बीच में रोगियों की समस्या बढ़ जाती है लाइकोपोडियम 1m के रोगियों में यह एक मुख्य लक्षण है
लाइकोपोडियम के लक्षण | Lycopodium Symptoms in hindi
लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा से संबंधित रोगियों में निम्न लक्षण होते हैं जिनमें लाइकोपोडियम 1m औषधि का प्रयोग करके रोगी की चिकित्सा कर सकते हैं
- शाम 4 बजे से 8 बजे के बीच मे रोग का बढ़ना।
- पाचन क्रिया गड़बड़ रहना कब्ज की शिकायत रहना
- पेट में वायु एकत्रित होने के कारण पेट फूलना व गड़गड़ाना।
- पेट में गैस बनना पेट में गैस बनने के कारण पेट फूलना एवं गड़बड़ आना
- सीने में जलन होना।
- खट्टी खट्टी डकार आना एवं मुंह में पानी भर जाना
- खाना खाने के बाद आलस्य आना।
- खाने में अरुचि खाते समय पेट का भरा हुआ महसूस होना एवं कम मात्रा में खाना खाना
- कब्ज होना।
- शरीर गाड़ी गाड़ी
- शरीर का ऊपरी भाग पतला होना लेकिन निचला भाग फूल जाना।
- पेशाब के साथ रक्त कण आना
- बच्चो में पेशाब का एहसास होते ही रोना शुरू कर देना
- सांयकाल में नाक जाम हो जाना एवं नाक से सांस लेने में तकलीफ होना
- हमेशा ही सूखी खांसी आना
- बच्चों का रातभर आराम से सोना लेकिन दिन भर रोते रहना
- गलत संगत में आने से अश्लील वीडियो व चित्र देखने, विचार करने और, बहुत ज्यादा हस्थमैथुन करने कि वजह से मर्दाना कमजोरी आ जाना।
- शारीरिक संबंध बनाने के बाद स्त्रियों के प्राइवेट पार्ट में खुश्की, जलन
- दायीं तरफ का हर्निया
- लिवर से संबंधित समस्या होना
- दायीं तरफ की किडनी में स्टोन हो जाना
आदि लक्षणों में लाइकोपोडियम 1M उपयोग से फायदा होता है।
लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा के फायदे | Lycopodium 1M benefits in hindiनिम्नलिखित लक्षणों में लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा फायदा करती है।
मानसिक लक्षण
लाइकोपोडियम रोगी का मानसिक लक्षण बड़ा ही अटपटा होता है। वह धर्म के सम्बंध में हमेशा बड़बड़ाता रहता है।
लाइकोपोडियम के रोगी के मन में एकाग्रता की कमी होती है रोगी हमेशा थका थका सा महसूस करता है कोई भी कार्य करने में उसका मन नहीं लगता
भूलने की समस्या उसे बहुत होती है लिखने पढ़ने में मन नहीं लगता हर बात को तुरंत भूल जाता है शब्दों के मतलब भी याद नहीं रहते
लाइकोपोडियम के इस प्रकार के रोगियों में एक विचित्र लक्षण दिखाई देता है कि वह रोगी अकेलापन पसंद होता है और अकेलेपन से उसे डर भी लगता है वह चाहता है कि उसके आसपास कोई रहे और उसे अपने पास बुलाए बातचीत करें लेकिन उसके मन मुताबिक कार्य करें शोर-शराबा मत करें।
लाइकोपोडियम लाइकोपोडियम के रोगी का कार्य करने में मन नहीं लगता उसको लगता है कि मैं जो कार्य कर रहा हूं वह गलत है या गलत हो जाएगा।
लाइकोपोडियम के रोगी को किसी मीटिंग या भीड़ वाली जगहों में जैसे शादी समारोह या अन्य फंक्शन मैं जाने से या बात वहां पर बातचीत करने से डर लगता है उसे अपनी योग्यता पर संदेह रहता है। लेकिन जब वह उस जगह पर जाता है हक़ी तो उसका वह डर दूर हो जाता है।
लाइकोपोडियम के रोगी को एक विचित्र समस्या यह भी हो सकती है कि उसे हमेशा अपने या किसी अन्य धर्म के प्रति कुछ भी बड़बड़ाना करता है हमेशा से ही धर्म के बारे उल्टे सीधे विचार मन में आते रहते हैं।
लाइकोपोडियम के रोगी की सोचने समझने की शक्ति क्षीण हो जाती है। बोलने और लिखने में हमेशा गलती किया करता है लेकिन वह हमेशा अपने आप को बुद्धिमान पेश करने की कोशिश करता है और हमेशा कठिन कार्यों को करने की कोशिश करता है।
सिर दर्द के लक्षण
लाइकोपोडियम के रोगी के पेट में गड़बड़ी के कारण सिर दर्द की समस्या रहती है।
लाइकोपोडियम के रोगी के सिर दर्द का बहुत से बहुत गहरा संबंध होता है रोगी को सिर दर्द होने से पहले ही भूख लगने लगती है।
और यदि ऐसे रोगी को एक समय पर भोजन ना मिले तो उसे सिर दर्द होने लगता है एवं भोजन करने के बाद उसका सिर दर्द कम होने लगता है।
लाइकोपोडियम का जो रोगी होता है वह जब बिस्तर पर जाता है तो बिस्तर की गर्मी से उसे सिर दर्द होने लगता है, बाहर के वातावरण में रहने पर, धूप की गर्मी से उसे सिर दर्द होने लगता है वही जब वह ठंडी व खुली हवा में, कूलर-ac की हवा में जाता है तो उसका दर्द कम होने लगता है।
शाम को 4 बजे से रात 8 बजे के बीच रोग का बढ़ना इस दवा का एक विशेष लक्षण है।आँख के लक्षण
लाइकोपोडियम के रोगी की आंखों के सामने चिंगारियां से उड़ती दिखाई देती हैं उसे ऐसा लगता है कि मानो उसकी आंखों के सामने पर्दा पड़ा हुआ है उसे किसी भी वस्तु के बाएं साइड का हिस्सा दाएं साइड के हिस्से की अपेक्षा ज्यादा साफ दिखाई देता है।
रतौंधी नामक समस्या में लाइकोपोडियम 1m रामबाण की तरह काम करती है एवं इसकी एकमात्र के प्रयोग से ही रोगी को कुछ समय में सब कुछ दिखाई देने लगता है
कान के लक्षण
लाइकोपोडियम के रोगी के कान ठीक से अपना कार्य नहीं करते। उसके कानों में हमेशा भिनभिनाहट की आवाज आती रहती है।तथा उसके कानों से कम सुनने की समस्या होती है एवं उससे कोई भी बात बताने के लिए जोर से चिल्लाना पड़ता है तब वह सुन पाता है ऐसे रोगियों की कान से जहरीला मवाद भी आ सकता है।
न्यूमोनिया के लक्षण
लाइकोपोडियम करोगी दिनभर स्वास्थ्य की दृष्टि से स्वस्थ महसूस करता है लेकिन शाम के 4:00 बजने के बाद ही उसकी नाक जाम से हो जाती है और उसे सांस लेने की समस्या हो जाती है जिससे उसे मुंह से सांस लेना पड़ता है और सांस लेते समय उसके दोनों नकुरे पंख की तरह हिलते हैं।
रोगी जब सांस लेता है तो उसके सिमी से घरघराहट की आवाज आती है ऐसा उसके फेफड़ो में बलगम भर जाने के कारण होता है।
पेट फूलने (अफारा) के लक्षण
लाइकोपोडियम के रोगियों में पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण पेट में गैस अत्यधिक मात्रा में बनती है जिसके कारण उसे सांस लेने में भी तकलीफ होती है क्योंकि उसका पेट बहुत अधिक फूल जाता है, गैस पेट में चारों ओर घूमती रहती है एवं पेट से गड़गड़ाहट की आवाज आती है। मलत्याग की इच्छा होती है यह इच्छा मलद्वार में संकोचन के कारण होती है। मलद्वार द्वारा या डकार के द्वारा जब गैस निकलती है तो रोगी को आराम महसूस होता है।
अजीर्ण रोग के लक्षण
लाइकोपोडियम के रोगी के सीने में जलन होती है ठंडी चीजें खाने पीने से उसके पेट में तकलीफ बढ़ जाती है अपच की समस्या के चलते उसके पेट में कोई भी चीज पचने के बजाय अंदर ही सड़ जाती है और खट्टी डकार आना शुरू हो जाती है पेट में अम्ल की मात्रा अधिक हो जाने के कारण मुंह में खट्टा पानी आ जाता है डकार के साथ भोजन का कुछ भाग मुंह में आ जाता है। ऐसी स्थिति में लाइकोपोडियम 1m होम्योपैथिक दवा का उपयोग फायदेमंद होता है।
पखाना के लक्षण
लाइकोपोडियम के रोगी को के पेट मे गैस की अधिकता की वजह से एवम मलद्वार में संकुचन के चलते ऐसा मलत्याग की इच्छा महसूस होती है और पखाने के लिये बार-बार जाना पड़ता है, पतला दस्त भी बड़ी मुश्किल से होता है।
रोगी को बहुत ही सख्त कब्ज होता है, मलत्याग करते समय मल छोटे छोटे टुकड़े के रूप में निकलता है।इस प्रकार के लक्षण रहने पर लाइकोपोडियम के उपयोग से फायदा होता है।
पेशाब के लक्षण
पेशाब करते समय रक्तकण का पेशाब के साथ निकलना लाइकोपोडियम का विशेष लक्षण है।स्त्रीजननेद्रिय के लक्षण
जब महिलाओं को पति के साथ समागम करने पर जलन के साथ कष्ट होता है। जिसका कारण योनि में सूखापन होता है। इसके साथ ही योनि से हवा निकलनेका लक्षण दिखाई देता है तो ऐसे में इन लक्षणों को दूर करने के लिए लाइकोपोडियम का प्रयोग बहुत ही लाभकारी सिध्द होता है।
यदि स्त्रियों के दाहिने डिम्भकोष सूजन और दर्द होता हो,वह दर्द शाम 4 बजे से रात 8 बजे के बीच बढ़ जाता है तो लाइकोपोडियम 1m उपयोग से फायदा होता है।
ज्वर के लक्षण
किसी भी प्रकार का बुखार अगर शाम के 4 से 8 बजे के बीच आता हो तो ऐसे बुखार में लाइकोपोडियम होम्योपैथिक दवा के प्रयोग से अवश्य लाभ होगा।
वात रोग के लक्षण
शरीर के दाहिनें तरफ के अंग में होने वाले वात को दूर करने में लाइकोपोडियम एक महत्वपूर्ण होम्योपैथिक दवा है।
लाइको रोगी के वात का दर्द चलने-फिरने से कम रहता है।इस दवा के रोगी के कमर में होने वाले वात के दर्द की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पेशाब करने के बाद कमर के दर्द में रोगी आराम मिलता है।
जोडों का दर्द बढ़ जाने पर सिर का दर्द कम हो जाता है।सिर का दर्द बढ़ने पर वात का दर्द कम हो जाता है।यह लाइकोपोडियम का एक अद्भुत लक्षण है।
पीठ में जलन के लक्षण
लाइकोपोडियम 1M के रोगी के दोनों कंधों के बीच में आग जैसी जलन होती है इसमें इस होम्योपैथिक दवा के उपयोग से लाभ होता है।लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा
लिवर में सूजन के लक्षण
लिवर शरीर के दाहिने ओर होने वाला एक ऑर्गन है और जैसा कि उपरोक्त में भी बताया गया है कि लाइकोपोडियम का प्रमुख रूप से कार्य शरीर के दाहिनें अंग पर होता है।
इसलिए, लिवर के बढ़ने में, लिवर में दर्द, भूख लगाना पर एक दो निवाले खाने के बाद ही पेट भरा से महसूस होना, पेट में गैस बनना, पेट गड़गड़ाना, हमेशा खट्टी डकारें आना,पीलिया आदि लिवर में सूजन के कारण होने वाली बीमारियों में लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा बहुत ही लाभकारी है।
बाल झड़ने के लक्षण
ऐसे लोगों को जिनके कम उम्र में गंजापन की शिकायत होने लगती है बीच के बाल झड़ने लगते हैं और किनारे केवल बढ़ते हैं और सफेद होने लगते हैं ऐसे रोगियों में लाइकोपोडियम 1m होम्योपैथी की दवा के प्रयोग करने से आशातीत लाभ होता है एवं बालों का सफेद होना व झड़ना रुकने लगता है।
हर्निया के लक्षण
नामर्दी के लक्षण
ऐसे पुरुष जो अत्यधिक हस्तमैथुन, करने के कारण या स्त्री प्रसंग करने के कारण वीर्य का नाश कर देते है। ऐसे व्यक्तियों की शारीरिक शक्ति क्षीण होने लगती है शरीर कमजोर हो जाता है। अब ऐसी स्थित में सम्भोग वे प्रति इच्छा तो होती है लेकिन शक्ति का ह्वास होने के कारण इंद्री साथ नही देती। पार्ट में ढीलापन हो जाता है। साइज भी कमजोरी के चलते कम हो जाता है।
किडनी में पथरी के लक्षण
जो व्यक्ति शरीर के दाहिने भाग की गुर्दे में होने वाली पथरी के कारण परेशान रहते हैं ऐसे व्यक्तियों के गुर्दे से लेकर मूत्रमार्ग तक दर्द रहता है इलाज करने पर पथरी निकल जाती है लेकिन फिर से पथरी हो जाती है तो ऐसी स्थिति में लाइकोपोडियम 1m होम्योपैथी की दवा का प्रयोग करना चाहिए जिस से पथरी बनने की प्रक्रिया रुक जाती है।
रतौंधी के लक्षण
जो लोग दिन में तो अच्छी तरह से देख पाते हैं लेकिन उन्हें रात में बिल्कुल दिखाई नहीं देता है।
ऐसे लक्षणों में लाइकोपोडियम 1M की एक मात्रा का प्रयोग करने से कुछ ही देर में उन्हें सबकुछ दिखाई देने लगता है।
बवासीर के लक्षण
जिन लोगों में खानपान में गड़बड़ी के कारण लीवर की समस्या के चलते बवासीर की समस्या हो जाती है गुदाद्वार से खून निकलता है और गुदा भाग में दर्द होता है उनके लिए बवासीर कि इस समस्या में लाइकोपोडियम 200 होम्योपैथिक दवा के प्रयोग से लाभ मिलता है
रोग में बृद्धि
लाइकोपोडियम का रोग ठंडी वस्तुओं के खाने-पीने से और रात में आराम करने से,और शाम 4 बजे से रात 8 बजे के बीच में बढ़ता है, लेकिन सिर का दर्द गर्मी से बढ़ता है।
रोग में कमी या आराम
गर्म वस्तुओं के खाने-पीने से,चलने फिरने से शरीर के दर्द में आराम मिलता है, लेकिन सिर के दर्द में ठंडक से आराम मिलता है।
लाइकोपोडियम के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Qus • लाइकोपोडियम होम्योपैथिक किसके लिए प्रयोग किया जाता है?
Ans • लाइकोपोडियम होम्योपैथिक नामर्दी,पथरी,रतौंधी, पेट से सम्बंधित रोग और गठिया रोग के लिए प्रयोग किया जाता है।
Qus • लाइकोपोडियम 1m क्या काम करती है?
Ans • लाइकोपोडियम 1m नपुंसकता, गुर्दे की पथरी,पेट से सम्बंधित रोग,गठिया वात आदि रोगों में अच्छा काम करती है।
Qus • क्या मैं रोजाना लाइकोपोडियम 1m ले सकता हूं?
Ans • लाइकोपोडियम 1m एक गम्भीर क्रिया करने वाली एन्टीसोरिक होम्योपैथिक दवा है।इसलिए इसका बार-बार प्रयोग करना वर्जित है।
Qus • लाइकोपोडियम होम्योपैथिक क्या है?
Ans • लाइकोपोडियम एक होम्योपैथिक दवा है।जिसे हिंदी में नाबेली और अंग्रेजी में क्लब माँस कहा जाता है।
Qus • मुझे लाइकोपोडियम कब लेना चाहिए?
Ans • आपको लाइकोपोडियम सुबह खाली पेट 4 बूंद सीधे जीभ पर अथवा डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए।
Qus • लाइकोपोडियम कहां मिलता है?
Ans • लाइकोपोडियम( नागबेली) नेपाल, सिक्किम आदि हिमालयीय क्षेत्रों में पाई जाने वाली वनस्पति है।
Qus • लाइकोपोडियम को हिंदी में क्या कहते हैं?
Ans • लाइकोपोडियम को हिंदी में नागबेली कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम लाइकोपोडियम क्लैवेटम है।
Qus • लाइकोपोडियम के साथ दूसरी होम्योपैथिक दवा को ले सकते हैं
जी हां इस दवा के साथ अन्य होम्योपैथी दवा को ले सकते हैं लेकिन 1 दवा से दूसरे दवा को लेने में 15 मिनट से आधे घंटे का अंतराल रखना चाहिए।
इस लेख में आपने लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा के फायदे के बारे जाना।यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके हमें जरूर बतायें।
यदि लाइकोपोडियम 1M होम्योपैथिक दवा के फायदे के बारे में जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।
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