एक्जिमा क्या है कारण एवं उपचार Electro homeopathy treatment of Eczema in Hindi
नमस्कार दोस्तों आज के टॉपिक में हम लेकर आए हैं एक नई बीमारी पर चर्चा आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे एक्जिमा के बारे में, एक्जिमा एक ऐसी समस्या जो कभी भी किसी को भी हो जाया करती है।
एक्जिमा खुजली के साथ में रहना कई बार बहुत मुश्किल भरा रहता है तो अगर आप भी खुजली से परेशान हैं तो यह एक्जिमा हो सकता है। आज की इस पोस्ट में एक्जिमा पर विस्तृत चर्चा एवं उस में होने वाले Electro homeopathy treatment of Eczema इलेक्ट्रो होम्योपैथी उपचार के विषय में चर्चा की जाएगी।
एक्जिमा एक ऐसी समस्या है जो कभी भी और किसी को भी हो सकती है एक्जिमा होने पर शरीर में प्रभावित हिस्से में खुजली होने लगती है और खुजली के साथ में दाने भी चकत्तेनुमा आकार में निकलते है। कई बार यह दाने फट फट कर अन्य हिस्से को भी प्रभावित कर देते हैं। एक्जिमा में स्किन फटने भी लगती है खुजलाने पर खून भी निकलने लगता है। एक्जिमा का सही समय रहते उपचार करना चाहिए और खान पान का खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि एक्जिमा एक ऐसी समस्या है जो एक बार सही होने के बाद भी दोबारा से उभर सकती है अतः चिकित्सक की सलाह पर लंबे समय तक उपचार करना चाहिए। एक बार यह समस्या खत्म होने के तुरंत बाद औषधियों के सेवन को बंद नहीं करना चाहिए जब तक चिकित्सक आप को बंद करने के लिए नहीं बोलता है।
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Electro Homeopathy Treatment of Eczema |
यहां एक बात समझ लेना अत्यंत आवश्यक है कि एक्जिमा, दाद और खुजली तीनों में अंतर होता है एक्जिमा तीव्र खुजली होने वला एक रोग है। जिसमें त्वचा पर लालिमा के साथ में शुष्क चकत्ते पड़ जाते हैं।
वही खुजली खुद में कोई रोग न होकर दाद अन्य चर्म रोगों का लक्षण है जो लंबे समय तक नहीं होता और अपने आप ही ठीक हो जाता है।
वही दाद एक फंगल इंफेक्शन से होने वाली समस्या है त्वचा के ऊपरी भाग पर हुए फंगस परजीवी के अटैक से दाद होता है। दाद त्वचा पर गोल आकार में फंगस के कारण पनपती है जिस पर खुजली होती है और छोटे छोटे दाने उभर आते हैं जो खुजाने पर पानी भी छोड़ सकते हैं।
एक्जिमा का वर्गीकरण Types of Eczema
त्वचा में खुजली जलन और लालिमा एक्जिमा का प्रमुख लक्षण है जो सामान्यता एक्जिमा होने पर
दिखाई देता है एक्जिमा एक ऐसी समस्या है जो अधिकांशता बच्चों में देखी जाती है लेकिन बढ़ो और वृद्धों में भी एक्जिमा हो सकता है लक्षणों के आधार पर एक्जिमा को कई भागों में वर्गीकृत किया है इसके कई प्रकार होते हैं
Atopic dermatitis अटोपिक डर्मेटाइटिस
अटोपिक एक्जिमा का प्रभाव बच्चों पर अधिक पड़ता है और बच्चों में होने वाली है कॉमन समस्या है जो बड़े होने तक ठीक भी हो सकती है कई बार इसके उपचार की भी आवश्यकता पड़ती है।
Contact dermititis कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस
किसी वस्तु के संपर्क में आने के कारण जब एक्जिमा की समस्या होती है तो इसे कांटेक्ट एक्जिमा या कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस कहते हैं सौंदर्य उत्पादों साबुन परफ्यूम या अन्य केमिकल के संपर्क में आने से इस प्रकार की समस्या हो सकती है
Seborrheic dermititis सेबोरहाइक एक्जिमा
सेब और हाइक डर्मेटाइटिस एक सामान्य 50 समस्या है जिसमें त्वचा में पपड़ी दार पेज और लालिमा होती है इस प्रकार के डर्मेटाइटिस का प्रभाव अधिकांश शरीर के ऊपरी भाग में पड़ता है अतः अक्सर यह खोपड़ी के हिस्से को प्रभावित करता है और जिसमें लालिमा के साथ में रूसी भी पनपने लगती है।
Dyshidrotic eczema डिसहाइड्रियाटिक एक्जिमा
मौसम के बदलाव या गीली जगहों पर रहने के कारण अक्सर पैरों की उंगली तलवों में सालों के रूप में यह समस्या उभर कर सामने आती है जिसमें खुजली और जलन महसूस होती है
Hand Eczema हैंड एक्जिमा
इस प्रकार के एक्जिमा में हाथों के भाग प्रभावित हो जाते हैं जिसके उपरांत हाथों में छोटे-छोटे या बड़े दानों या छालों के रूप में एक्जिमा उभर आता है जिनम खुजली के साथ में जलन व दर्द महसूस होता है
Nuro dermititis न्यूरो डर्मेटाइटिस
न्यूरोडर्मेटाइटिस में लालिमा और पपड़ी के साथ शरीर के कई हिस्सों में धब्बे हो सकते हैं जैसे हाथ पैर गर्दन प्राइवेट पार्ट्स जिनमें बहुत खुजली होती है
Numular eczema न्यूमुलर एक्जिमा
इस प्रकार का है एक्जिमा शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है और इस प्रकार के एक्जिमा में गोल गोल स्पोर्ट्स नजर आते हैं जहां पर खुजली एवं जलन होती है
Statis dermititis स्टैटिस डर्मेटाइटिस
यह मध्यम वर्ग एवं वृद्ध लोगों में होने वाली एक आम समस्या है स्टेटस डर्मेटाइटिस शरीर के निचले हिस्से में होता है जिसमें नसों में दबाव के कारण रक्त नीचे के भाग में जमा हो जाता है
एक्जिमा एक्जिमा के कारण जिस कारण से जिले भागों में पैरों के निचले भागों में सूजन के साथ की त्वचा शुष्क पपड़ी दार खुजली एवं जलन होती है
एक्जिमा के कारण Causes of Eczema
एक्जिमा का सटीक कारण अभी तक अज्ञात है लेकिन विशेषज्ञों की सलाह में एक्जिमा निम्नलिखित कारणों से होता है।
बैक्टीरियल संक्रमण के कारण
एलर्जी के कारण (यह भी पढ़ें : Electro Homeopathy treatment of Ringworm
कई प्रकार के केमिकल, साबुन, डिटर्जेंट आदि के कारण
हार्मोन्स में बदलाव के कारण
मौसम में बदलाव के कारण
या अचानक से विपरीत मौसम वाले स्थान पर जाने से (कई बार अचानक से जब मौसम में बदलाव आता है तब यह समस्या देखने में आम हो जाती है।
यहां तक कि यह समस्या अनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है।
एक्जिमा के लक्षण Symptoms of Eczema
शरीर के प्रभावित भाग में खुजली होना एक्जिमा का एक प्रमुख लक्षण है अन्य लक्षणों में
धानेपुर सी दाने फफोले फुंसी
जलन
सूजन
त्वचा का फटना
लालिमा
चिड़चिड़ापन वा अवसाद से ग्रसित हो जाना
एक्जिमा के जोखिम कारक एक्जिमा से बचाव
जीवन शैली में बदलाव लाकर एक्जिमा से बचाव किया जा सकता है
अधिक समय तक गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए क्योंकि गर्म पानी से ज्यादा देर तक नहाने के कारण त्वचा में शुष्कपन बढ़ जाता है। त्वचा पर नमी की कमी हो जाती है।
गर्मी के दिनों में ऐसे कपड़ों का चुनाव करें जो ढीले हो और जिन कपड़ों में पसीनो को सोखने की क्षमता हो जिसके लिए कॉटन के कपड़े उपयुक्त होते हैं।

जिन खाद्य पदार्थों से एलर्जी हो उनका सेवन ना करें।
केमिकल युक्त चीजों के प्रयोग वाक्य प्रयोग से बचना चाहिए।
एक्जिमा के घरेलू उपचार के रूप में नारियल के तेल शहद एलोवेरा हल्दी तुलसी अलसी गिलोय नीम बबूल अपामार्ग आदि के प्रयोग से एक्जिमा की समस्या में लाभ लिया जा सकता है आगे आने वाली पोस्ट में एक्जिमा के घरेलू प्राकृतिक उपचार किस प्रकार से किया जाए इस पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
एक्जिमा का परीक्षण Diagnosis of Eczema
एक्जिमा के परीक्षण के रूप में रोगी द्वारा बताए गए लक्षण से काफी हद तक एक्जिमा की पहचान की जा सकती है लेकिन कई बार पैथोलॉजी टेस्ट की भी आवश्यकता होती है जिनमें निम्न टेस्ट कराए जाते हैं
स्किन फ्रीक टेस्ट
ब्लड टेस्ट
बायोप्सी
इलेक्ट्रो होम्योपैथी में एक्जिमा के चिकित्सा Electro homeopathic treatment of Eczema
S5 + C5 + Ver1+ YE/GE― डायलूसन 30 से 100 की 10-10 बून्द
A2 + WE― D30 डायलूसन 30 से 100 की 10-10 बून्द
A2 + S3 + C3 + GE― 1st वाह्य प्रयोग करें नीम , और गरी के तेल में मिक्स करके
