Electro homeopathic treatment of UTI - Urinary tract infection UTI in Hindi - यूरिन इन्फेक्शन, मूत्र मार्ग संक्रमण

Urinary tract infection UTI in Hindi - यूरिन इन्फेक्शन, मूत्र मार्ग संक्रमण Electro homeopathic treatment of UTI
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Urinary tract infection UTI in Hindi - यूरिन इन्फेक्शन मूत्र मार्ग संक्रमण Electro homeopathic treatment of UTI

मूत्र मार्ग संक्रमण ,यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन (Urinary tract infection) मूत्र पथ एक ऐसा संक्रमण है जिसके बैक्टीरिया हमें बिना माइक्रोस्कोप के नहीं दिखाई दे सकते हैं।
लेकिन यह वायरस कभी-कभी फंगस के रूप में और वायरस के द्वारा फैलता है यह मनुष्य में होने वाली एक आम समस्या है।
गुर्दे (Kidney) मूत्रवाहिनी (Ureter)  मूत्राशय (Bladder) मूत्रमार्ग (Urethra) आदि यूटीआई के अंतर्गत आने वाले भाग हैं यूटीआई की समस्या मूत्रमार्ग में कहीं पर भी हो सकती है 

निचले मूत्र  मार्ग संक्रमण Lower tract UTI  में मूत्राशय और मूत्र मार्ग तथा ऊपरी हिस्से में मूत्रवाहिनी और गुर्दे को प्रभावित होते हैं। निचले मूत्रमार्ग का संक्रमण गंभीर और आम है।
अधिकांश का महिलाओं में या समस्या पुरुषों की उपक्षा अपेक्षा ज्यादा देखने में आती है इसका कोई प्रमुख कारण तो नहीं है पर जननांगों की संरचना कहीं ना कहीं के लिए उत्तरदायी है।

Table of Contents

मूत्र मार्ग संक्रमण या यूरिन इन्फेक्शन के प्रकार type of urinary tract infection UTI in hindi

जैसा कि ऊपर पहले भी बताया जा चुका है की मूत्र मार्ग संक्रमण यूरिन इन्फेक्शन / UTI किसी भी हिस्से में होने वाला एक संक्रमण है।

इनकी स्थिति को देखते हुए निम्नलिखित भागों में बांटा गया है।

गुर्दा संक्रमण या पाईलोनेफ्राइटिस ( Kidney infection or Pyelonephritis) - 

इस प्रकार के संक्रमण में किडनी मे क्षति पहुंचती है इसमें बुखार, पेशाब में खून और श्रोणि (Groin) ग्रोएन में दर्द होता है।मूत्र वाहिनी में यह संक्रमण बहुत कम होता है गर्भवती महिलाओं में या संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है।

मूत्राशय का संक्रमण या सिस्टाइटिस - (Bladder infection or Cystitis)  

इस प्रकार का संक्रमण मूत्राशय के भीतर होता है जो लोग कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम वाले होते हैं उनमें ईस्ट के कारण भी मूत्राशय संक्रमण हो सकता है।

मूत्रमार्ग संक्रमण या उरेथ्राइटिस ( Urethra infection or Urethritis) - 

यह संक्रमण भी बैक्टीरिया के कारण होता है इसमें मूत्र मार्ग में सूजन होने की वजह से मूत्र त्यागने में दर्द का अनुभव होता है।

यूरिन इन्फेक्शन / यूटीआई के लक्षण - Urinary tract infection (UTI) Symptoms in hindi

  • बदबूदार और खूनी पेशाब होना 
  • हल्का बुखार आना, ठंड लगना और अस्वस्थ महसूस करना 
  • पेट के नीचे के हिस्से या पेल्विस में दर्द होना 
  • पेशाब के दौरान जलन और दर्द होना 
  • जी मिचलाना 
  • उल्टी होना 
  • फ्लेन्क दर्द (Flank pain) दर्द होना इसमें शरीर के एक तरफ पेट के ऊपरी हिस्से और पीठ के बीच में दर्द होता है यह पसलियों के नीचे और श्रोणि के ऊपर एक ओर ही होता है।
  • यूरिन इन्फेक्शन यूटीआई संक्रमण ई-कोलाई/(E-coli) बैक्टीरिया के कारण होता है यह बैक्टीरिया आमतौर पर पाचन तंत्र में मौजूद रहता है क्लेमाइडिया (Chlamydia) और माइकोप्लाजमा (Mycoplasma)  बैक्टीरिया से मूत्र मार्ग में संक्रमण होता है लेकिन यह मूत्राशय को संक्रमित नहीं कर सकते।

यूरिन इन्फेक्शन मूत्र मार्ग संक्रमण urinary tract होने के कारण

  • एंटीबायोटिक दवाओं का ज्यादा सेवन करना
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी होना 
  • रजोनिवृत्ति 
  • गर्भनिरोधक का उपयोग 
  • शुक्राणुनाशकों (Spermicides) और टैम्पॉन का उपयोग
  • अधिक समय तक मूत्र को रोकना 
  • मूत्राशय को पूरी तरह से खाली न करना 
  • साफ सफाई का विशेष ध्यान ना देना 
  • अधिक  तीव्र, कई लोगों से संभोग करना 
  • शुगर मधुमेह 
  • पथरी 
  • दस्त आना

यूरिन इन्फेक्शन / यूटीआई से बचाव - Prevention of Urinary tract infection (UTI) in hindi

  • अधिक से अधिक पानी पीना एवं मूत्र त्याग करना 
  • समागम के तुरंत बाद मूत्र त्याग करना 
  • जननांगों की साफ-सफाई करना 
  • ढीले और कॉटन के अंडरवियर के इस्तेमाल करना चाहिए 
  • जन्म नियंत्रण के लिए शुक्राणुनाशकों (Spermicides) का उपयोग नहीं करना चाहिए 
  • जननांगों में किसी भी प्रकार के  सुगंधित प्रोडक्ट्स के प्रयोग से बचना चाहिए  
  • टेंपोन जगह सेनेटरी पैड या मेंस्ट्रूअल कप का इस्तेमाल माहवारी के दौरान करना चाहिए 

यूरिन इन्फेक्शन मूत्र मार्ग संक्रमण urinary tract संबंधी संक्रमण में होने वाली जांच

  • इमेजिंग Imaging (अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई स्कैन, रेडिएसन ट्रैकिंग),
  • यूरोडायनेमिक्स Urodynamics 
  • सिस्टोस्कॉपी Cystocopy 
  • इंट्रावेनस पयलोग्राम Intravenous pyelogram या IVP

यूरिन इन्फेक्शन, मूत्र मार्ग संक्रमण urinary tract संबंधी संक्रमण में होने वाली Electro Homeopathy चिकित्सा

S5 + C5 + F1 + A2 + VEN + BE........D6 or 3rd

S2 + C17 + GE.                       .....…...D6 or 3rd


2 comments

  1. Very nice post
  2. Dear sir
    Scofoloso 6 and cancerosso 6 are the aimed and suggested medicine for urological problems so why are you written s5 & c5...
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