औषधियों का असली फार्मूला कौन?
सीजर मैटी ने औषधि बनाने के फार्मूले किसी को नहीं बताये थे उनके जीवन के अंतिम काल में उनके दत्तक पुत्र वेंट्रोली मैटी ने वर्ल्ड वार के कारण 1914 में औषधि बनाने का सारा कार्य जर्मनी को सौंप दिया थाताकि औषधियां निर्बाध रूप से सारे विश्व में जाती रहे।
Electro Homeopathy Original Formulation |
जर्मनी ने भी औषधि बनाने का फार्मूला और पौधों के नाम ओपन नहीं किया था। उसने पौधों के नाम तब ओपन किया जब सीजर मैटी के दोस्त फादर मूलर ने सीजर मैटी की मृत्यु के बाद यह कहना शुरू कर दिया कि कि सीजर मैटी ने औषधि बनाने का फार्मूला हमें सौप दिया था और हमारी औषधियां ही सीजर मैटी की असली औषधियां है । इस प्रकार फादर मूलर ने मैटी के नाम को भुनाना शुरू कर दिया था।
यह कार्य काफी दिनों तक चलता रहा जब जर्मन की ISO कंपनी को यह बात पता चली तो 1952 में उसने इलेक्ट्रो होम्योपैथी औषधियों में उपयोग होने वाले पौधों की लिस्ट के साथ औषधि फारमूले ओपन कर दिया तब फादर मूलर की बात सच नहीं निकली।
इधर लंदन में स्थापित मैटी एसोसिएशन द्वारा "मॉडर्न मेडिसिन" नाम एक पत्रिका प्रकाशित की जाती थी जिसमें इलेक्ट्रो होम्योपैथी में प्रयोग होने वाले पौधों और औषधियों के फार्मूले प्रकाशित किए जाते थे। यह पत्रिका पूरे विश्व में जाती थी। यह पत्रिका इलाहाबाद के डॉ एस. पी. श्रीवास्तव के पास भी आती थी। इस पत्रिका में जो पौधे दिए गए हैं वह जर्मन ISO द्वारा प्रकाशित पत्रिका से मेल नहीं खाते हैं । इन फार्मूला और पौधों को डॉक्टर वी. एम. कुलकर्णी की पुस्तक में भी देखा जा सकता है। यहां हम आपकी जानकारी के लिए एक मेडिसिन के पौधों की संख्या और औषधि के फार्मूले दे रहे हैं आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं दोनों में कितना अंतर है।
मॉडर्न मेडिसिन (Morden medicin) पेज नंबर 295, नवंबर 1916 में यह पौधे छपे है जो Anti Lymphatico अर्थात ( L1 ) का है:----
(1) Chironia centapium
(2) Chironia chilenesis
(3) Humulus lupulus
(4) Mnyanthes trifoliata
(5) Oxalis conculata
(6) Samarpan amara
अब नीचे ISO जर्मन जो पौधे L1 के प्रकाशित किए हैं हम उनकी सूची दे रहे हैं अंतर आप स्वयं स्पष्ट करें :----
(1) Echinacea angustifolia
(2) Erythrea centaurium
(3) Fucus vesiculosis
(4) Humulus lupulus
(5) Menyanthes trifolata
(6) Oxalis acetosella
(7) Pulmonaria officialis
(8) Simaruba amara
विश्लेषण
उपरोक्त सूची देखने से स्पष्ट होता है कि केवल दो पौधे दोनों सूची में उपलब्ध है शेष अलग है । अब यहां दो बातें हो सकती है पहली बात यह कि ISO ने जानबूझकर पौधों की संख्या बदल दी हो ताकि मेडिसिन अलग हो जाए। दूसरी बात यह की मॉडर्न मेडिसिन में छपी हुई पौधों की लिस्ट ही गलत हो क्योंकि मॉडर्न मेंडिसिन मैं जो लिस्ट छपती थी वह सीजन मैटी के द्वारा नहीं वह दूसरे लोगों के द्वारा छापी जाती थी। इस पत्रिका में लोग इलेक्ट्रो होमियो पैथी संबंधी विचार रखते थे ।
Writer: Dr. Ashok Kumar Maurya
Electro Homeopathic Practionar and Owner of Spagyric Research Laboratories (Since-1991), Lucknow