पौधों के स्थूल एवं सूक्ष्म औषधीय तत्व macro and micro medicinal elements of plants
जैसा कि हम जानते हैं संसार के प्रत्येक पौधों में कुछ न कुछ औषधीय तत्व पाए जाते हैं और संसार के समस्त जीव इसका उपयोग करते हैं। जिसमें मनुष्य सबसे ज्ञानवान प्राणी है। वह इन पदार्थों के औषधीय तत्व को विभिन्न तरीके से उपयोग करता है।
जहां हम केवल पौधों के औषिधीय तत्वों का वर्णन करेंगे । पौधों में दो प्रकार के औषधीय तत्व पाए जाते ।
(1) स्थूल औषधीय तत्व
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पौधों के स्थूल औषधीय तत्वों को आयुर्वेद यूनानी, एलोपैथी आदि चिकित्सा पद्धतियों में किया जाता है । चिकित्सा जगत में स्थूल औषधीय तत्वों का सदियों से उपयोग होता आ रहा है । इन औषधीय तत्वों का वैज्ञानिक परीक्षण आसानी से किया जा सकता है।
(2) सूक्ष्म औषधीय तत्व
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सूक्ष्म औषधीय तत्वों की पहचान का इतिहास बहुत पुराना नहीं है डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन के समय से इसकी पहचान समाज में बहुत तेजी से हुई है। इसमें स्थूल औषधीय तत्वों से ही सूक्ष्म औषधीय तत्व निकाले जाते हैं और उनके द्वारा चिकित्सा की जाती है। होम्योपैथी और इलेक्ट्रोपैथी इसके प्रमुख उदाहरण है सूक्ष्म औषधीय तत्वों का वैज्ञानिक परीक्षण कुछ ही हद तक किया जा सकता है । अति सूक्ष्म होने पर इन औषधियों का वैज्ञानिक परीक्षण नहीं किया जा सकता है।
सूक्ष्म औषधियां जितनी ही सूक्ष्म होती जाती है इनकी औषधीय शक्ति उतनी ही शक्तिशाली होती जाती है।
यहां एक बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए कि स्थूल औषधीय तत्व और सूक्ष्म औषधीय तत्व चिकित्सा जगत में दोनों महत्वपूर्ण है। यह कहना कि कौन सर्व श्रेष्ठ है बहुत मुश्किल है हर मेडिसिन का अपने अपने क्षेत्र में महत्व है।
नोट:---- सूक्ष्म औषधीय तत्वों से आयुर्वेद के कुछ विद्वान परिचित थे परंतु बहुत कम इसका का उपयोग होता था ।