दोस्तों आज की पोस्ट में आप जानेंगे कि सरदर्द से चुतक्रांकैसे पाएं तो ध्यान पूर्वक पोस्ट को पढ़े समझे और प्रयोग करें। सरदर्द एक ऐसी समस्या जो अपना वार करती है तो अच्छे अच्छों की नींद गायब हो जाती है सर को पकड़ कर बैठना मजबूरी हो जाती है Headache treatment in Homeopathy कैसे करें आज के पोस्ट में हम यही जानेगें। यदि आप यह जानना चाहते हैं कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी में सिरदर्द की चिकित्सा कैसे करें तो आप इससे संबंधित हमारी पहले की पोस्ट को देख सकते हैं।
सिरदर्द में होम्योपैथी चिकित्सा |
सिरदर्द क्या है
सिरदर्द एक ऐसी स्थिति है जिसमें सिर में दर्द होता है। यह दर्द एक आम समस्या है जो ज्यादातर लोगों को कभी-कभी होती है। सिरदर्द कई तरह के होते हैं, जैसे कि तनाव, चिंता, थकान, अधिक धूप, अधिक तनाव, सिनसाइटिस, माइग्रेन आदि के कारण होते हैं।
सिरदर्द एक सामान्य समस्या होने के साथ-साथ, यह किसी गंभीर समस्या का भी लक्षण हो सकता है, जिसमें माइग्रेन, ब्रेन हेमोरेज, ट्यूमर, अन्य सिनस समस्याएँ, उच्च रक्तचाप आदि शामिल होते हैं।
व्यक्ति के लाइफस्टाइल, आहार, स्वास्थ्य पर सिरदर्द का गहरा प्रभाव पड़ता है।
- जब आपके सिर की नसें या उनमें संक्रमण होता है।
- थकान या तनाव से सिरदर्द हो सकता है।
- मानसिक तनाव भी सिरदर्द का कारण बन सकता है।
- अधिक धूप या तेज धुप में रहने से भी सिरदर्द हो सकता है।
- नियमित रूप से चश्मे नहीं पहनने से भी सिरदर्द हो सकता है।
- मानसिक रूप से दबाव या उतार-चढ़ाव से सिरदर्द हो सकता है।
- ये कुछ सामान्य कारण हैं जो सिरदर्द का कारण बन सकते हैं। लेकिन सिरदर्द के अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे माइग्रेन, सिनसाइटिस या दांत के रोग आदि।
होम्योपैथी एक प्रभावशाली Medical Science है। Allopathy के बाद पूरी दुनिया मे इस पैथी का ही इस्तेमाल अधिक होता है। पर देश भारत मे आज भी ग्रामीण क्षेत्र में बहुत से लोग इसे नही जानते है। तो कई लोग इसे बकवास समझते हैं।
होम्योपैथी में लक्षणों के आधार पर ही किसी होम्योपैथिक मेडिसिन का चयन किया जाता है। लक्षणों के आधार पर होम्योपैथी में चिकित्सा के लिए हजारों में मेडिसिन की संख्या है। सिरदर्द में लक्षणों के आधार पर किस मेडिसिन का सिलेक्शन किया जाए आइए जानते हैं। Sir Dard ki Homeopathic Medicine in HIndi के बारे में
लक्षणों के आधार पर सिरदर्द की होम्योपैथी चिकित्सा | Sir dard ki Homeopathic dawa
ऊंचाई
यदि अधिक ऊंचाई (पहाड़ों, छत या पेंड पर चढ़ने आदि) पर चढ़ने से सिरदर्द होने लगता है तो ऐसे सिरदर्द Coca30 में लेना चाहिए
जुकाम
यदि किसी को जुकाम (श्लेष्मा झिल्ली के संक्रमण के कारण स्राव) के कारण सिरदर्द होने लगता है तो ऐसे सिरदर्द होता है उसके लिए Sipea, Pulsatilla, Hydrastis Canadensisi, Mercurius औषधियों में से किसी एक का एक समय मे चयन करना चाहिए।और यदि जुकाम के दौरान नाक के स्रावके स्रावित न हो पाने के कारण सिरदर्द होने लगता है तो ऐसे सिरदर्द को खत्म करने के लिए Kali Bichromicum, Belladona, Lecesis 200 होम्योपैथी औषधि का सेवन लाभदायक है।
कॉफी पीने के बाद
सिरदर्द यदि कॉफी पीने के बाद होने लगता है तो ओसे में Nuxvomica, Ignatia, Auram 30CH के सेवन से लाभ मिलेगा।
कब्ज
दस्त
नाचने से सिरदर्द
भावनात्मक कारण
अगर किसी प्रकार के भावनात्मक माहौल में होने से सिरदर्द हो जाता है तो Gelsemium, Ignatia, Coffea Cruda, Chamomilla, Picric Acid, Argentum Nitricum, Platina, Epiphegus Virginiana 30CH या 200CH शक्ति के प्रयोग से लाभ मिलता है।
आंखों पर दबाव
भूखे रहने पर
पेट के लक्षण
सिर से संबंधित लक्षण
बवासीर
ठंडे पानी से सिरदर्द के लक्षण
नींबू चाय या शराब
लिवर रोग
बुखार में
मानसिक
किसी कार्य को एकाग्र होकर करने पर दिमाग पर जोर पड़ता है ऐसे दिमागी कार्य करने अथवा कमजोरी के कारण सिरदर्द होने लगता है तो ऐसे में Anacardium, Argentum Nitricum, Epiphegus, Gelsemium औषधियों का प्रयोग करना चाहिए ।
नशीली चीजों के प्रयोग से
अधिक मेहनत या बोझा ढोना
हवा में चलने से
कार में चलने से
Sexual weakness यौन दुर्बलता
ठन्डे स्थान में सोने से
अनिंद्रा से
रीढ़ के रोगों के कारण
सूर्य की गर्मी में
धूप में घूमने से जब सूरज की रोशनी अथवा गर्मी शरीर पर पहुंचती है तो सिरदर्द होने लगता है इस प्रकार के सिरदर्द में Belladona, Gelsemium, Glonoinum, Natrum Carb होम्योपैथी औषधि लाभदायक है।
सिफलिस के कारण
तम्बाकू खाने से
शरीर मे घाव
गर्भाशय के लक्षण
मौसम में बदलाव
मौसम में बदलाव के कारण जुखाम बुखार नाक बहना आदि समस्या आम हो जाती हैं वहीं पर कई बार छोटे-बडों में मौसम के बदलाव के कारण सिर में दर्द होने लगता है मौसम परिवर्तन के कारण सिरदर्द होने पर Calceria Phos, Dulcamara, Phytolacca, Rhus Tox, Aconite होम्योपैथिक औषधि का सेवन कराना चाहिए।
एक निश्चित समय सिर दर्द
- एक निश्चित समय के बाद होने वाले सिरदर्द में Arsenic Album , Belladona, Cedron।
- एक दिन छोड़कर यदि किसी रोगी को सिर दर्द होता है तो उसे होने वाला सिरदर्द में Cinchona, Anhalonium होम्योपैथिक औषधि का सेवन करवाना चाहिए ।
- वहीं अगर 3 दिन के अंतराल में सिर दर्द होता है तो उस रोगी कोतीन दिन के अंतराल में होने वाला सिरदर्द में Eupatorium Perfoliatum लाभकारी है।
- और अगर आठ दिन के अंतराल पर सिरदर्द होता है तो ऐसे आठवें दिन पर होने वाले सिरदर्द में Iris Vers होम्योपैथिक औषधि का सेवन कराना चाहिए।
- हर हफ्ते अथवा पन्द्रह दिन में होने वाले सिरदर्द में Sulpher औषधि का सेवन लाभकारी होता है।
- यदि किसी रोगी को हर दूसरे अथवा तीसरे हफ्ते मे सिर दर्द होता है तो उसे Ferrum Metallicum होम्योपैथिक औषधि देना चाहिए
- हर छठे हफ्ते होने वाला सिरदर्द में Mag Mur (Magnesium Muriaticum) कारगर होम्योपैथिक औषधि है।
सिर-दर्द के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Qus • सिर दर्द क्यों होता है?
Ans • साधारण भाषा मे कहें तो सिर में और आसपास मौजूद दर्द संवेदी संरचनाओं के किसी भाग में दबाव, मांसपेशियों में अकड़न या चोट लगने के कारण सिरदर्द होने लगता है।
Qus • क्या सिर दर्द में होम्योपैथी औषधियां कारगर हैं?
Ans • होम्योपैथी की औषधियां सरदार में लाभकारी हैं यहाँ पर बस दवा के सही चुनाव की जरूरत है।
Qus • सिर दर्द में डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
Ans • वैसे तो सिरदर्द कोई बहुत बड़ी गंभीर बीमारी नही है। और स्वतः ही खत्म हो जाती है लेकिन अगर किसी दुर्घटना, सिर में चोट लगने से सिरदर्द हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाना दिखाना चाहिए
Qus • सिर में दर्द कब तक रहता है?
Ans • साधारणतया सिर में दर्द आधे घाटे से लेकर कुछ घंटों तक रह सकता है।
Qus• कलस्तर सिरदर्द क्या है?
Ans • यह एक गंभीर समस्या है अन्य सिरदर्द के अपेक्षा यह आधी कष्टदायक है। यह किसी को भी हो सकता है लेकिन उनमें ज्यादा देखा गया है जो धूम्रपान करते हैं।