कान का बहना (Otorrhoea)
परिचय : इस रोग में रोगी के कान से रुक रुक अथवा लगातार स्त्राव होता रहता है तथा कान में पीडा रहती है। कान सम्बंधित रोग उस दशा में गम्भीर रूप धारण कर लेते हैं जब मस्तिष्क से सटे होने के कारण इनका संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच जाता है
रोग का कारण
- कान की फुन्सी
- कान में चोट लगना
- मध्य कर्ण में सूजन होना
- कान में ट्यूमर होना
- कान के फटे पर्दे में पानी का प्रवेश होना, ईत्यादि
लक्षण
- कान में भारीपन होना एवं ध्वनि सुनाई देना
- कान से लगातार अथवा रुक रुक गाढा स्त्राव बहते रहना
- सिर दर्द अथवा बुखार होना
- कान से रक्त अथवा श्लेष्मा मिश्रित स्त्राव होना
- सुनने में कठिनाई महसूस होना
रोग की जटिलताएं
- बहरापन
- बच्चों का विकास रूक जाना
- कान के पर्दे में छिद्र बन जाना
- मस्तिष्का वर्ण शोथ
- कान की मेस्टायड नामक हड्डी का गल जाना
यह भी देखें: Electro homeopathy medicine for ringworm रिंगवर्म या दाद में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा
इलेक्ट्रोहोम्योपैथी ट्रीटमेंट
Ear Drop
C5 + A1 + GE .....….......2 Drop TDS
इस लेख को इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक K. N Sharma जी द्वारा पैथी के प्रचार प्रसार के लिए प्राप्त किया गया है। हम उनका आभार व्यक्त करते है।
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