क्या आपको आपके हेडफोन एंड्रॉयड फोन टीवी आज का वॉल्यूम बढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है? या अन्य घर के सदस्य आपको वॉल्यूम को कम करने के लिए बोलने लगे हैं?
अगर ऐसा है तो आप के सुनने की क्षमता में कमी आ रही है भीड़ भाड़ में मीटिंग में या शोरगुल के बीच आवाज को स्पष्ट रूप से सुनने में समझने में या कम सुनाई देने का मतलब है कि आप हियरिंग लॉस की समस्या से पीड़ित हैं।
इस प्रकार के लक्षण का दिखाई देना हियरिंग लॉस के अंतर्गत आते हैं। श्रवण शक्ति का कमजोर होना व्यक्ति के जीवन पर बहुत ही गंभीर प्रभाव डालता है।
कई बार लोगों की तरह तरह की बातें, हंसी मजाक के कारण रोगी अवसाद का शिकार हो जाता है जीवन में निराशा होने लगती है व्यक्ति को अकेलापन पसंद आने लगता है लोगों से मिलने जुलने में दूरी बनाने लगता है अतः इस समस्या जैसे लक्षण आ रहे हैं तो इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
कान से कम सुनाई देना या हियरिंग लॉस दो भाग में वर्गीकृत किया गया है।
- 1. कंडक्टिव हियरिंग लॉस
- 2. सेंसोरिनुरल हियरिंग लॉस
कंडक्टिव हियरिंग लॉस Conductive hearing loss
कंडक्टिव हियरिंग लॉस के मामले उस अवस्था में आते हैं जब किसी इंफेक्शन के कारण ड्रम में होल हो जाते हैं सर्दी जुकाम या कान में पानी जाने के कारण कान में इंफेक्शन हो जाता है कान व नाक के बीच के भाग को जोड़ने वाली यूस्टेशियन ट्यूब में जुकाम के कारण बनने वाला पानी चला जाता है जो कि यूस्टेशियन ट्यूब को बंद कर देता है और पस या इंफेक्शन का रूप ले लेता है और इयर ड्रम में पहुंचकर होल बना देता है और रोगी को दर्द का अनुभव होता है।
इस दौरान बाहरी ऑडिटरी केनाल से पर् बाहर निकलने लगता है यह पस कान के की हड्डियों में जाने के कारण आवाज को दिमाग तक पहुंचाने में अवरोध उत्पन्न कर देता है और पूरी आवाज को अंदर तक जाने में इस बाधा की स्थिति को हियरिंग लॉस कहा जाता है।
सेंसोन्युरल हियरिंग लॉस (संवेदी बहरापन) Sensoneural Hearing loss
कान के भीतरी भाग में स्थित कोकिल एवं उससे जुड़ी कान की नसें ध्वनि को मस्तिष्क तक भेजने का कार्य करती हैं कान के इस तंत्रिका तंत्र में हुई किसी भी क्षति के कारण ध्वनि संदेश ठीक से मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाते जिसे सेंसेरिन्यूरल हियरिंग लॉस या श्रवण संवेदी बहरापन कहा जाता है।
हियरिंग लॉस या बहरापन के लक्षण (Symptoms of Hearing loss)
कान हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की भी नहीं की जा सकती कान को बाहर से देखने से कहीं ज्यादा कानों के अंदर की संरचना वृहद होती है।
जब कानों की देखभाल में लापरवाही होने लगती है या आवश्यकता से अधिक इनका उपयोग किया जाता है तो परिणाम स्वरूप इन में समस्या होने लगती है आज के विषय में हियरिंग लॉस पर चर्चा हो रही है जिसमें हियरिंग लॉस के निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं।
- जीत के दौरान लोगों की आवाज कम सुनाई देना
- एक कान से कम सुनाई देना
- जोरदार आवाज धीमी लगना
- गाने, टीवी, एफम को अन्य लोगों के अपेक्षा अधिक वॉल्यूम पर सुनना
- कान से सीसी की आवाज आना
- आवाज से भ्रमित होना
- कान में वैक्स की पपड़ी जमना
- कान दर्द होना
- एक बात को दोबारा कहने को बोलना
- पीछे की आवाज स्पष्ट ना सुनाई देना
हियरिंग लॉस के कारण (Causes of Hearing loss Hindi me)
- हियरिंग लॉस क्यों होता है?
- कान में पानी जाने के कारण
- सर्दी जुकाम के कारण
- कान में इन्फेक्शन के कारण
- कान के बाहरी भीतरी ट्यूमर के कारण
- जन्म के समय कान की बनावट में असमानता
- गलत तरीके से कान की साफ सफाई करने के कारण
- उम्र का बढ़ना भी इसका कारण हो सकता है
- कान के पास जोरदार विस्फोट या अन्य तेज आवाज
- कल कारखानों की लगातार की तेज आवाज सुनने की वजह से
- मोबाइल हेडफोन का अधिक और तेज आवाज में इस्तेमाल करना
- कुछ दवाएं
चिकित्सक को कब दिखाएं?
सर्वप्रथम तो कान का बहरापन अगर किसी आकस्मिक घटना के कारण है तो जैसे एक्सीडेंट या विस्फोटक हादसे के कारण या लड़ाई झगड़े में कान प्रभावित हुआ है तो बिना देर किए तुरंत एक चिकित्सक की सलाह लें अगर अन्य कारण से यह समस्या है तो भी इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और जल्द से जल्द चिकित्सक की सलाह अनुसार उपचार लेना चाहिए।
आकस्मिक हियरिंग लॉस की समस्या के कई केस के लिए इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सा भी आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति शत-प्रतिशत औषधि युक्त पौधों से तैयार की गई दवाओं की एक प्रभावी चिकित्सा पद्धति है।
हियरिंग लॉस का परीक्षण (Diagnosis of Hearing loss)
- शारीरिक परीक्षण
- ऑडोमीटर परीक्षण
- ट्यूनिंग फोर्क परीक्षण
- नॉर्मल स्क्रीनिंग परीक्षण