जिनसेंग एक लोकप्रिय होम्योपैथिक दवा है जो जिनसेंग पौधे की जड़ से प्राप्त होती है। यह आमतौर पर थकान, तनाव, चिंता और अवसाद सहित विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। माना जाता है कि जिनसेंग शरीर की तनाव के अनुकूल होने की क्षमता में सुधार, ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने और मानसिक एकाग्रता को सुदृण करता है
जिनसेंग होम्योपैथिक मेडिसिन के फायदे |
Jinseng का होम्योपैथी परिचय
होम्योपैथी में जिनसेंग को ज्यादा असरदार बनाने के लिए इसे खास तरीके से तैयार किया जाता है। जड़ को पहले एक महीन चूर्ण के रूप में पीसा जाता है और फिर उसे होम्योपैथी में इस्तेमाल होने वाले अल्कोहल में एक निश्चित समय के लिए घोल दिया जाता है। इस प्रकार jinseng का मदर टिंचर Q तैयार किया जाता है और दवा का अत्यधिक शक्तिशाली रूप जिसे पोटेंसी से संबोधित किया जाता है, बनाने के लिए इस प्रक्रिया को कई बार दोहराया जाता है। इसप्रकार से होम्योपैथी में Jinseng के अलग अलग नम्बर की potency की औषधियां तैयार की जाती हैं। मार्केट में इसी रूप में बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।
जिनसेंग का उपयोग कोई आज का नही है भले ही अपने आज ही इसके बारे बारे में सुना हो लेकिन चीन देश मे इस पौधे का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा के हजारों वर्षों किया जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने, परिसंचरण में सुधार करने और कुछ प्रकार के कैंसर से बचाने में मदद कर सकता है।
होम्योपैथी रिसर्च के हिसाब से बात की जाय तो जिनसेंग औषधि सुषुम्ना नाड़ी के नीचे के हिस्से पर बहुत उपयोगी क्रिया करती है। इसके अलावा कमर का दर्द, गृध्रसी (साइटिका), गठिया का दर्द, चर्मरोगों के लक्षणों में, गर्दन और छाती पर छोटी-छोटी फुंसियां सी निकलना जिसमें खुजली सी होती रहती है, हिचकी आने में ये औषधि बहुत ही असरदार क्रिया करती है।
कुल मिलाकर, जिनसेंग एक सुरक्षित और प्रभावी होम्योपैथिक दवा है जिसका उपयोग स्वास्थ्य स्थितियों की एक विस्तृत श्रृंखला के इलाज के लिए किया जा सकता है। हालांकि, जिनसेंग या किसी अन्य होम्योपैथिक उपाय का उपयोग करने से पहले एक योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपकी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए सुरक्षित और उपयुक्त है।
विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर जिनसेंग औषधि का उपयोग-
सिर से सम्बंधित लक्षण-
सिर के घूमने के कारण चक्कर आना जिसकी वजह से आंखों के सामने अजीब से धब्बे नज़र आते हैं, आधे सिर में दर्द होना (माइग्रेन), पलकों को खोलने में परेशानी होना, आंखों से हर चीज का दो-दो दिखाई देना जैसे लक्षणों में रोगी को जिनसेंग औषधि देने से लाभ होता है।
गले से सम्बंधित लक्षण-
किसी व्यक्ति में गलतुण्डिकाशोथ (गले में सूजन आना) जैसे लक्षण प्रकट होने पर उसे तुरन्त ही जिनसेंग औषधि का सेवन कराने से आराम आ जाता है।
पुरुष से सम्बंधित लक्षण-
बार-बार वीर्य का अपने आप ही निकल जाना और इसी कारण से गठिया का दर्द होना, जनेनन्द्रियों का कमजोर हो जाना, पेशाब करने की नली के आखिरी सिरे पर उत्तेजित सरसराहट होना, यौन उत्तेजना का तेज होना, अण्डकोषों में दबाव सा पड़ना आदि लक्षणों में रोगी को जिनसेंग औषधि का प्रयोग कराने से लाभ मिलता है।
पेट से सम्बंधित लक्षण-
पेट का बिल्कुल सख्त सा हो जाना, पेट में दर्द होना और अजीब-अजीब सी आवाजें आना, पेट में दांई ओर दर्द होना, आंतों में बहुत तेज गुदगुदाहट होना जैसे लक्षणों में जिनसेंग औषधि का इस्तेमाल अच्छा रहता है।
शरीर के बाहरी अंगों से सम्बंधित लक्षण-
हाथों में सूजन आना, त्वचा का सख्त सा लगना, रीढ़ की हड्डी और पीठ पर कंपकंपी सा महसूस होना, कमर के नीचे के हिस्से तथा जांघों में बहुत तेजी से होने वाला दर्द, उंगलियों के पोरों में बहुत तेज जलन होना, जांघों के ऊपर अन्दर के हिस्सों पर दाने निकलना, जोड़ों का अकड़ जाना, जननेन्द्रियों का भारी सा लगना, जोड़ों में कड़कड़ाहट सी होना, पीठ का अकड़ जाना जैसे लक्षणों के किसी रोगी में हो जाने पर उसे जिनसेंग औषधि का नियमित रूप से सेवन कराने से लाभ होता है।
Jinseng के विकल्प के रूप में किन किन औषधियों का का चयन करें
अरेलि, कोको और हेडरा से जिनसेंग औषधि की तुलना की जा सकती है।
Jinseng Homeopathic Medicines Uses
मूलार्क या 3 शक्ति तक।