ग्लूकोमा Gloucoma या काला मोतियाबिंद कारण, लक्षण, निदान व उपचार Electro Homeopathy treatment of Gloucoma
अतः सभी को अपनी आंखों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए।
ग्लूकोमा Gloucoma क्या है
ग्लूकोमा Gloucoma आंखों से संबंधित एक रोग है इस समस्या को आमतौर पर सभी लोग काला मोतियाबिंद या काला मोतिया के नाम से जानते हैं ग्लूकोमा होने पर हमारी आंखों पर अतिरिक्त दबाव पड़ने लगता है जिसे इंट्रा ऑकुलर प्रेशर कहा जाता है। इस प्रकार से बढ़े हुए दबाव के कारण हमारी आंखों की ऑप्टिक नर्व (Optic nerve) को क्षति पहुंच सकती है।
ऑप्टिक नर्व के द्वारा आंखों में बनी किसी भी तस्वीर की सूचना दिमाग तक पहुंचाई जाती है इस कारण ऑप्टिक नर्व व अन्य सहयोगी भागों पर पड़ने वाले इस दबाव को कंट्रोल ना किया जाए तो रोगी हमेशा के लिए आंखों की रोशनी खोकर अंधा हो सकता है।
ग्लूकोमा Gloucoma एक ऐसी समस्या है जो बहुत धीरे-धीरे फैलती है। इस कारण इसका पता तब तक नहीं चलता जब तक स्थिति गंभीर नहीं हो जाती है।
काला मोतिया किसी को भी हो सकता है इसके लिए कोई भी उम्र निर्धारित नहीं है लेकिन बूढ़े लोगों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है।
ग्लूकोमा के द्वारा अगर एक बार अपनी आंखों की रोशनी को देते हैं तो दोबारा इस क्षति की पूर्ति नहीं की जा सकती है। इसलिए आंखों का विशेष ध्यान देना चाहिए आंखें अनमोल है इसके बिना सब कुछ अधूरा है।
समय-समय पर आंखों की जांच करवाते रहें ताकि समय रहते ग्लूकोमा का पता लगाया जा सके समय पर इसका निदान किया जाए। इलेक्ट्रो होम्योपैथी में ग्लूकोमा का उचित उपचार संभव है इलेक्ट्रो होम्योपैथी एक पूर्ण हर्बल चिकित्सा पद्धति है जिसमें वनस्पति जगत से प्राप्त कई विशेष गुण धर्म वाले पौधों से प्राप्त स्पेजरिक से चिकित्सा की जाती है। Glaucoma treatment by Electro homeopathy medicine
ग्लूकोमा के प्रकार Types of Gloucoma
काला मोतियाबिंद या ग्लूकोमा पांच प्रकार का होता है।
ओपन एंगल ग्लूकोमा (Open Angle Glaucoma)
― यह आंखों को प्रभावित करने वाले ग्लूकोमा का सामान्य रूप है जिसमें आंखों से निकलने वाले तरल की नलियों में ब्लॉकेज होने लगती है। जिस वजह से आंख से बाहर आने वाले तरल को बाहर आने में समस्या हो जाती है और वह तरल अंदर के भाग में दबाव बनाने लगता है।
एंगल क्लोजर ग्लूकोमा (Angle Closure Glaucoma) ― इस प्रकार में आंखों के अंदरूनी हिस्से में पड़ने वाला दबाव बहुत बढ़ जाता है क्योंकि इस अवस्था में आंखों से तरल को बाहर निकालने वाली नलियां बंद हो जाती हैं इसे एक्यूट ग्लूकोमा या नैरो एंगल ग्लूकोमा भी कहा जाता है।
सामान्य तनाव ग्लूकोमा (Normal Pressure Glaucoma) ― इस प्रकार के ग्लूकोमा में ऑप्टिक नर्व पर बिना किसी हानिकारक प्रभाव के ही आंख में काला मोतिया होने लगता है इसे लो टेंशन या सामान्य टेंशन ग्लूकोमा भी कहते हैं।
सेकेंडरी ग्लूकोमा (Secondary Gloucoma) ― जब किसी अन्य बीमारी के कारण हमारी आंखों की ऑप्टिक नर्व को नुकसान होता है जिसके कारण आंखों में दबाव बढ़ता है तो इसे सेकेंडरी ग्लूकोमा कहते हैं।
वंशानुगत ग्लूकोमा (Congenital Glaucoma) ― इस प्रकार का ग्लूकोमा गर्भावस्था के दौरान गर्भ में किसी भी प्रकार से हुए असामान्य विकास के कारण हो सकता है।
ग्लूकोमा के लक्षण Symptoms of Gloucoma
रोशनी के चारों और रंगीन छल्ले दिखाई देना
आंखें कमजोर होना
धुंधला दिखाई देना
सिर में दर्द (और पढ़ें सिर दर्द का उपचार
उल्टी (और पढ़ें: सिजोफ्रेनिया
जी मिचलाना
आंखों में लालिमा
ग्लूकोमा के कारण
ऑप्टिक नर्व (Optic nerve) में हुई क्षति के परिणाम स्वरूप ग्लूकोमा होता है ग्लूकोमा परिवार के किसी एक सदस्य से दूसरे सदस्य में भी हो सकता है नए शोध में आंखों से संबंधित दबाव व ऑप्टिक नर्व में क्षति से संबंधित जीन की पहचान की गई है।
कारण ―
मधुमेह Suger (और पढ़ें मधुमेह का इलाज
आंखों का ऑपरेशन
डाइलेटिंग आई ड्रॉप्स Dilating eye drops
कई दवाओं के कारण
हाई बीपी High blood pressure
मायोपिया (निकट दृष्टि दोष) Myopia (पढ़े : Myopia
आंख में किसी प्रकार से लगी चोट के कारण
जांच―
टोनोमेट्री परीक्षण Tonometry test
ऑप्थालमोस्कोपी परीक्षण Ophthalmoscopy test
पेरीमेट्री परीक्षण Perimetry test
गोनियस्कोपी परीक्षण Goniascopy test
पाकीमेट्री परीक्षण Pachimetry test
ग्लूकोमा का इलेक्ट्रो होम्योपैथी उपचार Electro Homeopathy treatment of Gloucoma
L2(S1 + L1 + A3) + S12 ― D6 5-6 बार प्रयोग
S6 + C5 + WE ― D6 4 बार प्रयोग
A2 + S12 + WE ― गुलाब जल या स्ट्रिल वाटर में आंखों का ड्राप
A2 + S12 ― का आंखों पर कम्प्रेस