Buerger's Disease in Hindi – बुर्जर रोग कारण व निवारण
October 22, 2021
आज हम एक ऐसी समस्या के बारे में चर्चा करेंगे जो तंबाकू के अत्यधिक सेवन करने के कारण होती है। यह रोग मध्यम आकार की धमनियों और नसों को प्रभावित करता है जिसमें धमनियों और नसों में सूजन होने लगती है सूजन की प्रक्रिया ट्यूनिका इंटिमा से शुरू होती हैं और इसके परिणाम स्वरूप एस्केमिया और अंगों के अल्सरेशन के साथ थ्रोम्बोसिस और संवहनी बाधा उत्पन्न होती है। यह समस्या आमतौर पर 20 से 45 साल की उम्र में होती है पुरुषों में यह समस्या अधिक देखी जाती है
बुर्जर रोग के लक्षण
इस रोग के लक्षणों में प्रारंभिक रूप से हमें चलने पर पैरों व एड़ियों में दर्द हो सकता है।
हाथ या पैर की त्वचा में परिवर्तन, दर्दनाक घाव या अल्सर हाथ पैरों में ठंडापन, शून्यता
बुर्जर रोग के कारण
बुर्जर रोग तंबाकू का अत्यधिक सेवन करना, धूम्रपान करना है।
बुर्जर रोग के बचाव के लिए हमें सिगरेट पीने से बचना चाहिए तंबाकू या तंबाकू से बने अन्य उत्पादों का सेवन सीमित मात्रा में करें यह रोग पुरुष व महिला किसी को भी हो सकता है अगर इस समस्या का उपचार समय पर नहीं होता है तो धीरे-धीरे हाथों, पैरों में रक्त का प्रवाह कम होने लगता है रक्त थक्कों के रूप में जमने लगता है परिणाम स्वरूप हांथो या पैरों के कुछ अंग, उंगलियां आदि मृत रूप सी हो जाती हैं।
बुर्जर रोग में परीक्षण
एंजियोग्राम- यह एक प्रकार का एक्सरे है जिसमें बाहों और पैरों में रक्त वाहिकाओं में रुकावट ओं की जांच की जाती है।
रक्त परीक्षण- रक्त के परीक्षण से रक्त में बनने वाले थको के कारणों की तलाश की जाती है।
एलन परीक्षण- इस परीक्षण में मरीज के मरीज के हाथों व पैरों की धमनियों में रक्त के प्रवाह की स्थिति की जांच की जाती है।