आज चिकित्सकों की सबसे बड़ी समस्या
चिकित्सकों की सबसे बड़ी समस्या है अच्छी दवाएं, अच्छे डायलूशन, अच्छी डाग्नोसिस आदि।
आज मुझे ब्लॉगर और फेसबुक पर लिखते हुए लगभग 2 वर्ष हो रहा है। इन 2 वर्षों में मैने फार्मेसी के लगभग हर पहलू को लिखने का प्रयास किया है। बहुत सारे लोगों को नया मार्गदर्शन मिला है । अब लोगों में नई उम्मीद जागने लगी है। लोग उच्च डाइलूशन का प्रयोग करने लगे हैं। कोहोबेशन द्वारा निर्मित औषधियों की मांग करने लगे हैं। उच्च डायलूशन की महत्ता को समझने लगे है। नहीं तो D3, D4 से लोग आगे ही नहीं बढ़ते थे।
चिकित्सक बहुत भ्रमित हो चुका है वह जल्दी किसी पर विश्वास भी नहीं करना चाहते है अभी कुछ दिन पहले मेरे पास दो-तीन लोगों के फोन आए जिनमे उनका कहना था कि अब मैं प्रैक्टिस से ऊब चुका हूँ । कहीं से कोई अच्छी दवा नहीं मिल रही है । पेशियनट ठीक नहीं हो रहे है हर आदमी यह कहता है कि मेरी दवाई अच्छी है पर रिजल्ट न मिले तो क्या अच्छी है ?
मैंने उन्हें ढाढस बधाया और आगे प्रैक्टिस जारी रखने को कहा
वास्तव में इलेक्ट्रो होम्योपैथी कुछ होम्योपैथ लोगों के हाथों मैं पड चुकी है वे लोग इलेक्ट्रो होम्योपैथी को होम्योपैथी के चश्मे से देखते हैं उसे होम्योपैथी के सांचे में ढालना चाहते है ।जो लोग शिक्षण कार्य कर रहे हैं वह उसी तरीके की शिक्षा देते हैं। जो लोग औषधि निर्माण का कार्य कर रहे हैं वह लोग औषधि में भी वैसे ही कार्य कर रहे हैं।
अभी कुछ दिन पहले मेरे पास एक फोन आया जिसमें एक सज्जन कह रहे थे क्या बताऊं होम्योपैथिक दवाओं के मदर टिंचर नहीं मिलते जिससे मैं पूरी इलेक्ट्रो होम्योपैथिक औषधियां नहीं तैयार कर पा रहा हूँ ।
मैंने पूछा क्या आप होम्योपैथिक औषधियों को मिला कर इलेक्ट्रो होम्योपैथिक औषधियां तैयार करते हो? कहने लगे हां मेरी कोशिश यही रहती है लेकिन पूरी औषधियां ही नहीं मिलती है। मेरा अगला सवाल था कि जब होम्योपैथिक औषधियों को मिलाकर आप दवाई बनाते हो तो फिर इलेक्ट्रो होम्योपैथिक औषधियां कैसे हुई? इस पर उनका कोई जवाब नहीं था।
छात्र जो सीखने जा रहा है वह कच्चे घड़े के समान होता है उसे जो भी समझा दिया जाएगा वह समझ जाएगा मेरी फेसबुक पर बहुत सारे लोग ऐसे ही जुड़े हैं। जब मैं पोस्ट लिखता हूं और वह कमेंट करते हैं तो पूरी बात समझ में आ जाती है।
यह कैसी शिक्षा ग्रहण कर आए हैं पर वे छात्र अपने को परफेक्ट समझते हैं । इसी बात को लेकर कभी-कभी कमेंट में तनातनी भी हो जाती है कोई अपने को कम समझने को तैयार नहीं होता और अपना बल दिखाने के लिए अनावश्यक कमेंट भी करने लगते हैं।
कुछ लोग हैं जो डायलूशन बनाते हैं लेकिन उसे समझते ही नहीं यह डायलूशन है। कुछ लोग हैं जो इलेक्ट्रो होम्योपैथी के नाम पर लोगों को गुमराह पर गुमराह किए जा रहे हैं और अनजान लोग उसमें फंसे पड़े हैं मीठी लुभावनी बातों से बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं।
बघतथेढरद