ब्रोंकाइटिस का इलेक्ट्रो होम्योपैथी उपचार Electro homeopathic treatment of Bronchitis
ब्रोंकाइटिस की समस्या दो प्रकार की होती है।
एक्यूट ब्रोंकाइटिस और क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस
एक्यूट ब्रोंकाइटिस
क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस
क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस की समस्या में यह समस्या एक गंभीर रूप ले लेती है जिसमें सांस लेने में कठिनाई एवं शारीरिक थकावट हो सकती है और मरीज को कृत्रिम ऑक्सीजन की आवश्यकता भी हो सकती है। ब्रोंकाइल में चोट के कारण समस्या से निजात पाने में काफी समय लगता है।
ब्रोंकाइटिस के लक्षण
● खांसी जो बलगम का उत्पादन करती है और जिस में थूक के साथ खून भी आ सकता है।
● नाक में जमावट या नाक का बहना
● बुखार
● शरीर में दर्द
● गले में खराश
● गले में कुछ फंसा हुआ महसूस होना
● सांस लेते समय खराहट
● सर दर्द होना
● टखने, और पैर की सूजन
● थोड़े से परिश्रम में ही सांस लेने में तकलीफ होना
ब्रोंकाइटिस के कारण
वायरल संक्रमण के कारण बैक्टीरियल ब्रोंकाइटिस हो सकता है।
बैक्टीरिया का संक्रमण कई मामलों में ब्रोंकाइटिस के वायरस संक्रमण के बाद बैक्टीरियल ब्रोंकाइटिस हो सकता है
या माइकोप्लाज्मा निमोने, क्लैमाइडिया, निमोनिया और बोर्डेटेला पेरटसिस जैसे बैक्टीरिया के कारण हो सकता है।
उत्तेजक पदार्थ जैसे धुआं या रासायनिक धुआं में सांस लेने से
ब्रोंकाइटिस में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा
S10 P4 Ver1 BE ― D10 दिन में 4-6 बार
P2 C5 BE ― D4 तेल में मिक्स करके सीने की मालिश करें।