कोरोना वायरस जैसे जैसे फैल रहा है बैसे वैसे ही तरह तरह की अफवाहें भी विस्तार कर रही है कोई गर्म पानी से नहाने को बोल रहा है तो कोई शराब पीने की सलाह दे रहा है आदि आदि, जानते हैं क्या है सच?
1. क्या अधिक ठण्ड या बर्फ वायरस को नष्ट करती है?
इस भ्रांति पर विश्वास करने की कोई वजह नहीं है कि सर्दी से कोरोना वायरस या ऐसा कोई अन्य वायरस नष्ट हो जाता है। कोरोना वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि लगातार अल्कोहल युक्त हैंडवॉश से हाथ साफ किए जाए या साबुन व पानी से अच्छे से हाथ धोए जाएं।
इस भ्रांति पर विश्वास करने की कोई वजह नहीं है कि सर्दी से कोरोना वायरस या ऐसा कोई अन्य वायरस नष्ट हो जाता है। कोरोना वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि लगातार अल्कोहल युक्त हैंडवॉश से हाथ साफ किए जाए या साबुन व पानी से अच्छे से हाथ धोए जाएं।
2. क्या गर्म पानी से नहाकर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है?
सामान्य मनुष्य के शरीर का तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस से 37 डिग्री सेल्सियस तक होता है। ऐसे में गर्म पानी से नहाकर कोविड-19 (COVID-19) वायरस से नहीं बचा सकता है। इस तरह का दावा बेबुनियाद है। उल्टा ज्यादा गर्म पानी से नहाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। आप जल भी सकते हैं।
3. क्या चीन में बने उत्पाद इस्तेमाल से कोरोना वायरस हो सकता है?
चीन या किसी अन्य देश में बने उत्पाद से कोरोना वायरस फैलने का कोई खतरा नहीं है। कोरोना वायरस किसी सतह पर कुछ घंटों या कुछ दिन तक ही जिंदा रह सकता है, ये उस सतह पर निर्भर करता है। इसकी संभावना बहुत कम है कि ये वायरस किसी ऐसे उत्पाद से फैले जो लगातार घूम रहा या किसी अन्य देश में भेजा जा रहा है। इस दौरान उत्पाद को अलग-अलग तापमान और मौसम का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें वायरस का बच पाना लगभग नामुमकिन है। अगर आपको लगता है कि सतह दूषित हो सकती है, तो इसे कीटाणुनाशक से अच्छे से साफ कर दें।
4. क्या चिकन या अन्य माँसाहार से हम कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं?
नही, किसी भी प्रकार के मांसाहार के सेवन से इस संक्रमण ले फैलने की संभावना नही है बशर्ते मांस को अच्छे से साफ व पकाकर ही खाए।
5. हैंड ड्रायर की मदद से कोरोना वायरस को मारा जा सकता है?
बिल्कुल नहीं, कोरोना वायरस को मारने के लिए हैंड ड्रायर्स प्रभावी नहीं है। अल्कोहल युक्त हैंडवॉश से हाथ को लगातार साफ करना या साबुन-पानी से हाथ को अच्छे से धोना ही इससे बचने का सबसे पुख्ता तरीका है। हाथ धोने के बाद आप हैंड ड्रायर्स या टिश्यू पेपर के जरिए उसे पोछ सकते हैं।
6. क्या थर्मल स्कैनर की मदद से कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की पहचान ही जा सकती है?
थर्मल सकैनर उसकी जांच में पूरी तरह प्रभावी नही है क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति में अगर यह वायरस प्रवेश करता है तो हो सकता है ब्यक्ति बुखार जल्दी आये ही न या आने में 2 से 10 दिन का समय भी लग सकता है
7. पूरे शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव कर वायरस से बच सकते हैं?
पूरे शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव करना वायरस से बचने की गारंटी नहीं हो सकता है। इस तरह के छिड़काव से उस वायरस को नहीं मारा जा सकता है, जो पहले ही आपके शरीर में प्रवेश कर चुके हों। इस तरह के छिड़काव से कपड़ों या शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। अल्कोहल या क्लोरीन किसी भी सतह को कीटाणु रहित करने में मददगार होता है, अगर उसे उचित मात्रा व दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रयोग किया जाए।
8. क्या पालतू जानवरों से भी फैल सकता है कोरोना वायरस?
हांगकांग में एक महिला से उसके पालतू कुत्ते को कोरोना वायरस होने की खबरें सामने आ चुकी हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि इंसान से पालतू पशुओं को कोरोना वायरस होने का खतरा है, लेकिन पशुओं से इंसान में कोरोना वायरस फैलने की अभी तक कहीं से कोई सूचना नहीं मिली है। लिहाजा, पालतू जानवरों से कोरोना वायरस फैलता है या नहीं, इस संबंध में कोई स्पष्ट दावा नहीं किया जा सकता। ऐसे में बचाव के लिए अपने हाथों को निरंतर साफ करना जरूरी है। हाथ धोने से केवल कोरोना ही नहीं, बल्कि पालतू जानवरों से इंसानों तक पहुंचने वाले कई तरह के अन्य वायरस से भी बचा जा सकता है।
9. क्या लहसुन खाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकते हैं?
कई औषधीय गुणों से युक्त लहसुन स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। हालांकि, ऐसा कोई प्रमाण अभी उपलब्ध नहीं है जिससे साबित हो सके कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
10. क्या कोरोना वायरस बुजुर्गो पर ही अपना प्रभाव डालता है?
कोरोना वायरस हर उम्र ले व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है। पहले से अस्थमा, डायबिटीज, दिल की बीमारी आदि से जूझ रहे लोगों या बुजुर्गों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है। वायरस की चपेट में आने से इन लोगों की तबीयत ज्यादा खराब हो सकती है। लिहाजा सभी उम्र के व्यक्तियों को इस वायरस से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिये।
11. क्या एंटीबायोटिक्स इसके इलाज व बचाव में मददगार हैं?
एंटीबायोटिक्स, केवल बैक्टीरिया से बचाव करता है। वायरस से बचाव में इसकी कोई भूमिका नहीं होती है। एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल इससे बचने या इसके इलाज के लिए नहीं किया जा सकता है। हालांकि, कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति जब अस्पताल में भर्ती होता है तो उसे एंटीबायोटिक्स दवाएं भी दी जाती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस दौरान उसे बैक्टीरियल इन्फेक्शन का भी काफी खतरा रहता है।
12. क्या कोरोना वायरस के इलाज के लिए कोई दवा मौजूद है?
कोरोना वायरस को खत्म करने का कोई भी तरीका अभी तक एलोपैथी में उपलब्ध नही हो सका है लक्षणों के आधार पर लोगो को सपोर्टिव मेडिसिन दी जारही है। ऐसे में इलेक्ट्रो होम्योपैथी में उपचार लिया जा सकता है जो पैथी निरंतर रिसर्च से नए नए कीर्तिमान हासिल कर रही है इलेक्ट्रो होम्योपैथी के डॉक्टर अनेक जटिल बीमारियों को अपनी दवाओं से मात दे रहे है जिसका एलोपैथी में कोई भी इलाज ही सम्भव नही हो सका है आजीवन दवा खिलाना किसी समस्या का प्रभावी इलाज नही हो सकता।
लेख:जीतेन्द्र विश्वकर्मा, इलेक्ट्रो-होम्योपैथिक फिजिशयन